अधिकांश बच्चों के लिए दूरस्थ शिक्षा दुर्गम
- 18 Nov 2021
डिजिटल नीति पर केंद्रित एक थिंक टैंक, ICRIER और LIRNEAsia के एक नए राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में केवल 20% स्कूली बच्चों के पास महामारी के दौरान दूरस्थ शिक्षा तक पहुंच थी, जिनमें से केवल आधे ने लाइव ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लिया।
(Image Source: https://www.thehindu.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: 38% परिवारों में कम से कम एक बच्चे ने स्कूल छोड़ दिया है।
- हालांकि महामारी के दौरान डिजिटल कनेक्टिविटी में 40% की वृद्धि हुई, लेकिन उपकरणों तक कम पहुंच, खराब सिग्नल और उच्च लागत के कारण अधिकांश बच्चे लाभ से वंचित रहे।
- महामारी से पहले स्कूलों में नामांकित 5-18 वर्ष की आयु के बच्चों में से 80% को स्कूल बंद होने के दौरान कोई भी शैक्षिक सेवा प्राप्त नहीं हुई।
- निम्न सामाजिक-आर्थिक वर्गों, जहां घर के मुखिया की शिक्षा का स्तर निम्न था, और ग्रामीण परिवारों में स्थिति काफी खराब थी।
- शिक्षा प्राप्त करने वाले 20% में से केवल 55% के पास लाइव ऑनलाइन कक्षाओं तक पहुंच थी, जबकि 68% के पास रिकॉर्ड किए गए ऑडियो या वीडियो कक्षाओं तक पहुंच थी।
- तीन-चौथाई छात्रों ने स्मार्टफोन पर, आमतौर पर व्हाट्सएप के माध्यम से, और 61% ने मैसेज के माध्यम से होमवर्क किया। लगभग 70% ने अपने शिक्षकों के साथ फोन कॉल के माध्यम से संपर्क किया था।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे