माउंट मणिपुर
- 02 Nov 2021
केंद्र सरकार ने 16 अक्टूबर, 2021 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ऐतिहासिक पर्यटन स्थल माउंट हैरियट का नाम बदलकर 'माउंट मणिपुर' (Mount Manipur) कर दिया।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह घोषणा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पोर्ट ब्लेयर की यात्रा के दौरान की गई, जहां उन्होंने विशेष रूप से ऐतिहासिक 1891 के एंग्लो-मणिपुर युद्ध के दौरान अंग्रेजों का विरोध करने में मणिपुर राज्य द्वारा किए गए ‘महत्वपूर्ण योगदान’ का उल्लेख किया ।
- 1891 के एंग्लो-मणिपुर युद्ध के बाद, महाराजा कुलचंद्र ध्वज सिंह सहित कई मणिपुरी, जिन्होंने युद्ध में अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी, अंडमान द्वीप समूह में 'ब्रिटिश पीनल कॉलोनी' (British penal colony) में निर्वासित कर दिए गए थे।
- चूंकि सेलुलर जेल (कालापानी) का निर्माण होना बाकी था, कुलचंद्र और कैदियों को माउंट हैरियट में रखा गया था, जो दक्षिण अंडमान जिले की फेरगुंज तहसील में स्थित एक पहाड़ी है। राजा कुलचंद्र और उनके भाइयों सहित 23 लोगों को मणिपुर में युद्ध नायक माना जाता है।
- इसीलिए माउंट हैरियट 1891 के एंग्लो-मणिपुर युद्ध का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है।
- अंडमान और निकोबार द्वीपों में 'माउंट हैरियट' तीसरी सबसे ऊंची चोटी है, और ब्रिटिश राज के दौरान मुख्य आयुक्त के ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में कार्य करती थी।
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