वित्तीय समावेशन सूचकांक
- 19 Aug 2021
भारतीय रिजर्व बैंक ने देश भर में वित्तीय समावेशन की सीमा को मापने के लिए एक सम्मिश्र वित्तीय समावेशन सूचकांक (Financial Inclusion Index: FI-Index) की शुरुआत की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: मार्च 2021 को समाप्त हुई अवधि के लिए वार्षिक FI-Index 53.9 है, जबकि मार्च 2017 को समाप्त अवधि के लिए यह 43.4 था। FI-Index को वार्षिक आधार पर प्रति वर्ष जुलाई में प्रकाशित किया जाएगा।
- इस सूचकांक को सरकार और संबंधित क्षेत्र के विनियामकों के परामर्श से तैयार किया गया है, जिसमें बैंकिंग, निवेश, बीमा, डाक के साथ-साथ पेंशन क्षेत्र के विवरण को शामिल करते हुए एक व्यापक सूचकांक के रूप में संकल्पित किया गया है।
- यह सूचकांक 0 और 100 के बीच की एकल संख्या में वित्तीय समावेशन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी इकठ्ठा करता है, जहां 0 पूर्ण वित्तीय अपवर्जन (financial exclusion) का प्रतिनिधित्व करता है वहीं 100 पूर्ण वित्तीय समावेशन को दर्शाता है।
- FI-Index में तीन व्यापक मापदंड हैं- पहुंच (35%), उपयोग (45%) और गुणवत्ता (20%)। इनमें से प्रत्येक में विभिन्न आयाम शामिल हैं, जिसकी गणना कुछ संकेतकों के आधार पर की जाती है।
- यह सूचकांक सेवाओं की पहुंच, उपलब्धता एवं उपयोग तथा सेवाओं की गुणवत्ता में आसानी के लिए अनुक्रियाशील है, जिसमें सभी 97 संकेतक शामिल हैं।
- FI-Index का निर्माण बिना किसी 'आधार वर्ष' के किया गया है और इस तरह यह वित्तीय समावेशन की दिशा में वर्षों से सभी हितधारकों के संचयी प्रयासों को दर्शाता है।
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