भारत और जापान शैक्षणिक व अनुसंधान सहयोग
- 10 Apr 2021
7 अप्रैल, 2021 को केंद्रीय मंत्रिमंडल को भारत और जापान शैक्षणिक व अनुसंधान सहयोग और परस्पर आदान-प्रदान से जुड़े एक समझौता ज्ञापन की जानकारी दी गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग की ‘राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला’ (National Atmospheric Research Laboratory- NARL) और जापान के क्योटो विश्वविद्यालय के ‘रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर सस्टेनेबल ह्यूमनोस्फीयर’ (Research Institute for Sustainable Humanosphere- RISH) के बीच नवंबर 2020 में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे।
- इसके तहत तहत दोनों देश वायुमंडलीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा समन्वयात्मक वैज्ञानिक प्रयोगों एवं अभियानों (collaborative scientific experiments/campaigns) और प्रतिमान अध्ययनों (modelling studies) से संबंधित क्षेत्रों में सहयोग करेंगे।
- समझौते के माध्यम से जापान के शिगराकी में मध्यम और ऊपरी वायुमंडलीय रडार, इंडोनेशिया के कोतोताबंग में भूमध्यवर्ती वायुमंडलीय रडार (Equatorial Atmosphere Radar) और RISH में उपलब्ध अनुपूरक उपकरणों के साथ-साथ NARL में ‘मध्यमंडल-समतापमंडल-क्षोभमंडल रडार’ एवं उपलब्ध अनुपूरक उपकरणों जैसी सुविधाओं का परस्पर उपयोग किया जा सकेगा।
- NARLऔर RISH के बीच वायुमंडलीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के साथ-साथ वैज्ञानिकों के परस्पर आदान-प्रदान में सहयोग की व्यवस्था को एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से 2008 में गठित किया गया था।
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