महेंद्रगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का प्रस्ताव
- 10 Apr 2021
ओडिशा सरकार ने मार्च 2021 में राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित महेंद्रगिरि में राज्य का दूसरा बायोस्फीयर रिजर्व का प्रस्ताव किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: महेंद्रगिरि एक समृद्ध जैव विविधता वाला पर्वतीय पारिस्थितिकी तंत्र है। प्रस्तावित महेंद्रगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का क्षेत्र लगभग 470,955 हेक्टेयर है और यह पूर्वी घाट में गजपति और गंजम जिलों में फैला हुआ है।
- विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह (particularly vulnerable tribal group) 'सौरा' (Soura) लोग महेंद्रगिरि के निवासी हैं।
- प्रस्तावित महेंद्रगिरि बायोस्फीयर रिजर्व की रिपोर्ट के अनुसार, पौधों की लगभग 1,358 प्रजातियों के साथ महेंद्रगिरि में मौजूद समृद्ध वनस्पति ओडिशा की 40% वनस्पतियों का प्रतिनिधित्त्व करती है।
- इसके अलावा महेंद्रगिरि में जानवरों की 388 प्रजातियाँ मौजूद हैं, जिनमें स्तनधारियों की 27 प्रजातियाँ, पक्षियों की 165 प्रजातियाँ, साँपों की 23 प्रजातियाँ, उभयचरों की 15 प्रजातियाँ, कछुओं की तीन प्रजातियाँ और छिपकलियों की 19 प्रजातियाँ शामिल हैं।
- 5,569 वर्ग किलोमीटर में फैला सिमलीपाल बायोस्फीयर रिजर्व ओडिशा का पहला बायोस्फीयर रिजर्व है, जिसे 20 मई, 1996 को अधिसूचित किया गया था।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे