डबल म्यूटेंट कोरोना वायरस रूप
- 29 Mar 2021
24 मार्च, 2021 को स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘डबल म्यूटेंट’ कोरोनावायरस रूप (Double Mutant Coronavirus Variant) के भारत में पाये जाने की पुष्टि की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: कोरोना वायरस का यह रूप म्यूटेशन के संयोजन के साथ आता है, जो दुनिया में भारत के अलावा कहीं पर नहीं पाया गया है। वैज्ञानिक इस बात का पता लगा रहे हैं कि क्या इससे संक्रामकता बढ़ी है या यह कोविड-19 को और अधिक गंभीर बना रहा है।
- ‘इंडियन सार्स-सीओवी-2 कंसोर्टियम ऑन जीनोमिक्स’ (Indian SARS-CoV-2 Consortium on Genomics (INSACOG) ने महाराष्ट्र तथा दिल्ली, पंजाब और गुजरात से कुछ 200 वायरस के नमूनों में दो उत्परिवर्तन (mutations) E484Q और L22R की उपस्थिति का खुलासा किया है।
- भारत ने इन रूपों पर अभी तक वैक्सीन की प्रभावकारिता का अध्ययन नहीं किया है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों ने SARS-CoV-2 के कुछ रूपों पर फाइजर (Pfizer), मॉडर्ना और नोवावाक्स जैसे टीकों की कम प्रभावकारिता दिखाई है।
- N440K उत्परिवर्तन प्रतिरक्षा से बचने (Immune escape) के साथ जुड़ा हुआ है और यह अब तक 123 नमूनों में पाया गया है। यह उत्परिवर्तन पहले आंध्र प्रदेश से 33% नमूनों तथा तेलंगाना के नमूनों में पाया गया था। यह अन्य 16 देशों जैसे डेनमार्क, सिंगापुर, यूनाइटेड किंगडम, जापान और ऑस्ट्रेलिया में भी दर्ज किया गया है।
- अब तक चिंताओं के केवल तीन वैश्विक रूपों (variants of concerns) यू.के. रूप (बी.1.1.7), दक्षिण अफ्रीकी (बी.1.351) और ब्राजील (पी .1) की पहचान की गई है।
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