आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण

  • 19 Feb 2025

19 फरवरी, 2025 को, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने अक्टूबर से दिसंबर 2024 की तिमाही के लिए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) जारी किया, जिसमें शहरी बेरोज़गारी दर में थोड़ी कमी दिखाई गई।

मुख्य निष्कर्ष :

  • शहरी बेरोज़गारी दर: शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोज़गारी दर अक्टूबर-दिसंबर 2024 की तिमाही में 6.4% थी, जो 2023 की इसी अवधि के दौरान 6.5% से थोड़ी कम थी।
  • लिंग भेद: बेरोज़गारी दर पुरुषों के लिए 5.8% और महिलाओं के लिए 8.1% थी।
  • राज्य के अनुसार अंतर:
    • सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी: हिमाचल प्रदेश में सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी दर 10.4% दर्ज की गई, जिसमें महिलाओं की बेरोज़गारी दर 24% विशेष रूप से अधिक थी।
    • सबसे कम बेरोज़गारी: गुजरात में सबसे कम बेरोज़गारी दर 3% थी, जबकि दिल्ली में महिलाओं की सबसे कम बेरोज़गारी दर 1.3% थी।
  • श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर): सभी आयु के लोगों के लिए एलएफपीआर 39.6% था, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 39.2% से थोड़ा अधिक था। महिलाओं के लिए एलएफपीआर पिछले साल के 19.9% से मामूली बढ़कर 20% हो गया, लेकिन पिछली तिमाही में 20.3% से कम हो गया। बिहार में सभी लोगों (30.7%) और महिलाओं (9.9%) दोनों के लिए सबसे कम एलएफपीआर दर्ज किया गया।
  • श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर): शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए डब्ल्यूपीआर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 46.6% से बढ़कर 2024 की इसी अवधि में 47.2% हो गया।
  • रोज़गार श्रेणियाँ: रोज़गार प्राप्त व्यक्तियों में से, 39.9% स्व-नियोजित थे, 49.4% नियमित वेतन/वेतनभोगी कर्मचारी थे, और 10.7% आकस्मिक श्रमिक थे।
  • क्षेत्रीय वितरण: 5.5% श्रमिक कृषि क्षेत्र में थे, 31.8% द्वितीयक क्षेत्र (खनन सहित) में, और 62.7% तृतीयक क्षेत्र (सेवाओं सहित) में थे।
  • सर्वेक्षण कवरेज: पीएलएफएस ने 45,074 घरों में 170,487 व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया।