जनजातीय टीबी पहल
- 29 Mar 2021
‘टीबी मुक्त भारत’ का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 26 मार्च, 2021 को 'जनजातीय टीबी पहल' लॉन्च की।
महत्वपूर्ण तथ्य: कार्यक्रम में क्षयरोग (टीबी) के लिए संयुक्त कार्य योजना पर एक मार्गदर्शक नोट, टीबी पर जनजातीय मंत्रालय के विशेष प्रकाशन ‘आलेख’ (ALEKH) और जनजातीय क्षयरोग (टीबी) पहल पर एक दस्तावेज भी जारी किया गया।
- भारत में 104 मिलियन से अधिक जनजातीय आबादी रहती है, जिनमें 705 जनजातियां शामिल हैं और यह देश की जनसंख्या का 8.6% हैं।
- 177 ऐसे जनजातीय जिलों की उच्च प्राथमिकता वाले जिलों के रूप में पहचान की गई है, जो दूरी, कुपोषण, जीवन की बद्तर स्थिति और जागरुकता की कमी, टीबी के लिए जनजातीय आबादी को संवेदनशील बनाती है।
- शुरू में, संयुक्त योजना की गतिविधियां 18 चिन्हित राज्यों के 161 जिलों पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
समय-समय पर टीबी के सक्रिय मामलों की खोज के लिए मुहिम, संवेदनशील आबादी की पहचान के लिए टीबी प्रिवेंटिव थैरेपी (आईपीटी) के प्रावधान लागू किये जाएंगे और संवेदनशीलता घटाने के लिए दीर्घकालिक तंत्र विकसित किया जायेगा।
- इस वर्ष विश्व टीबी दिवस के अवसर पर केंद्र-शासित प्रदेश लक्षद्वीप और जम्मू और कश्मीर के बडगाम जिले को टीबी मुक्त घोषित कर दिया गया।
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