न्यू अनुभव मंडप
- 20 Jan 2021
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने 6 जनवरी, 2021 को बसवकल्याण में 'न्यू अनुभव मंडप’ (New Anubhava Mantapa) की आधारशिला रखी।
- ज्ञात हो कि यह वह स्थान है, जहां 12वीं शताब्दी के कवि-दार्शनिक बसवेश्वरा अपने जीवन के अधिकांश समय तक रहे थे। बसवेश्वरा (वीरशैव-लिंगायत समुदाय के एक प्रतीक) को ‘बासवन्ना’ के नाम से भी जाना जाता है।
- यह 7.5 एकड़ भूखंड में बनी छ: मंजिला संरचना होगी, जो कि बसवेश्वरा के दर्शन के विभिन्न सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करेगी।
- यह 12वीं शताब्दी में बसवेश्वरा द्वारा बसवकल्याण में स्थापित ‘अनुभव मंडप’ (जिसे प्रायः विश्व की पहली संसद के रूप में संदर्भित किया जाता है) को प्रदर्शित करेगी। बसवेश्वरा द्वारा स्थापित ‘अनुभव मंडप’ में विभिन्न दार्शनिकों और समाज सुधारकों द्वारा वाद-विवाद किया जाता था।
विशेषताएं: इसका निर्माण वास्तुकला की कल्याण चालुक्य शैली में किया जाएगा। 770 स्तंभों वाली इस भव्य संरचना में 770 लोगों के बैठने की क्षमता वाला एक सभागार भी बनाया जाएगा।
- ऐसा माना जाता है कि 770 शरणों (बसवेश्वरा के अनुयायी) ने 12वीं शताब्दी में ‘वचन’ सुधारवादी आंदोलन का नेतृत्त्व किया था।
- इसके शीर्ष पर एक विशाल शिवलिंग स्थापित किया जाएगा।
- इस परियोजना में अत्याधुनिक रोबोट प्रणाली, ओपन-एयर थिएटर, आधुनिक जल संरक्षण प्रणाली, पुस्तकालय, अनुसंधान केंद्र, प्रार्थना कक्ष और योग केंद्र आदि की भी परिकल्पना की गई है।
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