पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के लिए फिर चुना गया
- 15 Oct 2020
पाकिस्तान को उसके घृणित मानवाधिकारों रिकॉर्ड के चलते सक्रिय समूहों के विरोध के बावजूद 14 अक्टूबर, 2020 को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के लिए फिर से चुना गया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख मानवाधिकार निकाय में चार सीटों के लिए मतदान में एशिया- प्रशांत क्षेत्र के पांच उम्मीदवारों में से पाकिस्तान ने सबसे अधिक मत हासिल किए।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा में 193 सदस्यीय गुप्त मतदान में, पाकिस्तान ने 169 मत, उज्बेकिस्तान ने 164, नेपाल ने 150, चीन ने 139 मत हासिल किए, जबकि सऊदी अरब सिर्फ 90 मत हासिल करने के कारण दौड़ से बाहर हो गया।
- पाकिस्तान फिलहाल 1, जनवरी 2018 से मानवाधिकार परिषद का सदस्य है। फिर से चुने जाने पर उसे तीन साल का एक दूसरा कार्यकाल मिल गया है, जो 1 जनवरी, 2021 से शुरू होगा।
- मानवाधिकार परिषद के नियमों के तहत भौगोलिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों को सीटें आवंटित की जाती हैं।
- 47 सदस्यीय मानवाधिकार परिषद में 15 सदस्यों का चुनाव पहले ही हो चुका था क्योंकि अन्य सभी क्षेत्रीय समूह के सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हुए।
- मानवाधिकार समूहों के गठबंधन ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों से चीन, रूस, सऊदी अरब, क्यूबा, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के चुनाव का विरोध करने का आह्वान करते हुए कहा था कि उनके मानवाधिकार रिकॉर्ड उन्हें अयोग्य घोषित करते हैं। रूस और क्यूबा पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।
- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की स्थापना 2006 में हुई थी।
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