‘गतिशील’ प्रभाव-आधारित चक्रवात चेतावनी प्रणाली
- 13 Oct 2020
अक्टूबर 2020 में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा एक ‘गतिशील’ प्रभाव-आधारित चक्रवात चेतावनी प्रणाली (dynamic impact-based cyclone warning system) शुरू करने की योजना है।
उद्देश्य: हर साल देश के तटीय क्षेत्रों पर आने वाले चक्रवातों से होने वाले आर्थिक एवं संपत्ति के नुकसान में कमी करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस चक्रवात सीजन (अक्टूबर-दिसंबर) से गतिशील, प्रभाव-आधारित चक्रवात की चेतावनी शुरू की जा रही है।
- अब तक, आईएमडी उस तरह के नुकसान के बारे में चेतावनी देता रहा है, जो प्रत्याशित है। लेकिन अब यह बुनियादी ढांचे, स्थानीय आबादी, बस्तियों, भूमि उपयोग के साथ-साथ अन्य तत्वों को ध्यान में रखते हुए जिला या स्थान-निर्दिष्ट / अनुरूप चेतावनी जारी करेगा।
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीएमए) विभाग ने राष्ट्रीय चक्रवात जोखिम शमन परियोजना (एनसीआरएमपी) के नाम से एक परियोजना भी शुरू की है।
- परियोजना के तहत एनडीएमए, मौसम विभाग और तटीय राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर एक वेब आधारित गतिशील समग्र जोखिम एटलस (Web-DCRA) विकसित कर रहा है। इस साझा मंच से भी चक्रवातों से निपटने में मदद मिलेगी।
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