गंगा नदी में डॉल्फिन सफारी
- 07 Oct 2020
5 अक्टूबर, 2020 को 'गंगा नदी डॉल्फिन दिवस' के अवसर पर राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) ने गंगा नदी में डॉल्फिन आधारित इकोटूरिज्म कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसमें डॉल्फिन सफारी भी शामिल है।
महत्वपूर्ण तथ्य: ये डॉल्फिन सफारी तीन राज्यों- उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में छ: स्थानों पर गंगा नदी में शुरू की गई हैं।
- उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बिजनौर बैराज में गंगा नदी 'डॉल्फिन जलज सफारी' को लॉन्च किया गया। अन्य पांच स्थल उत्तर प्रदेश में ब्रजघाट, प्रयागराज और वाराणसी; बिहार में कहलगाँव और पश्चिम बंगाल में बंदेल हैं।
- गंगा की सफाई करने वाले स्थानीय समुदाय के प्रशिक्षित स्वयंसेवक 'गंगा प्रहरी' पर्यटकों को गंगा नदी में डॉल्फिन का नजारा दिखाने के लिए नाव की सवारी हेतु इन स्थलों पर लेकर जाएंगे।
- इसके अलावा, बिजनौर से नरौरा तक 250 किमी. तक डॉल्फिन की गणना करने के लिए एक नया अभियान 'माई गंगा माई डॉल्फिन' भी शुरू किया गया।
- 5 अक्टूबर, 2010 को गंगा डॉल्फिन को ‘राष्ट्रीय जलीय जानवर’ घोषित किया गया था। गंगा नदी डॉल्फिन भारत, नेपाल और बांग्लादेश की गंगा-ब्रह्मपुत्र-मेघना और कर्णफुली नदी प्रणाली में पाई जाती है।
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