विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकेतक, 2018
- 22 Aug 2020
अगस्त 2020 में भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान की स्थिति का एक आवधिक संकलन विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकेतक (एसटीआई), 2018 जारी किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: एसटीआई के अनुसार, भारत की निजी क्षेत्र की शोध कंपनियां सरकारी वित्त पोषित प्रमुख वैज्ञानिक एजेंसियों की तुलना में मुख्य अनुसंधान और विकास गतिविधियों में महिलाओं का एक बड़ा हिस्सा नियोजित करती हैं।
- निजी अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) कंपनियों में कार्यरत 20,351 महिलाओं में से 15,011 या लगभग तीन-चौथाई 'आर एंड डी गतिविधियों' में शामिल थीं और शेष 'सहायक या प्रशासनिक गतिविधियों' में।
- जबकि 'प्रमुख वैज्ञानिक एजेंसियों' में कार्यरत 23,008 महिलाओं में से, आधे से भी कम या 10,138 'आर एंड डी गतिविधियों' में संलग्न थीं।
- वर्ष 2018 तक भारत में ‘आर एंड डी’ के क्षेत्र में 3,41,818 वैज्ञानिक थे, जिनमें से लगभग 2,03,759 उच्च शिक्षा के क्षेत्र में या सरकारी संस्थानों द्वारा नियुक्त किए गए।
- 2018 के संकेतक भारत के पुरुष वैज्ञानिकों की अत्यधिक प्रवृत्ति को दोहराते हैं। जहां निजी कंपनियों में प्रत्येक महिला के मुकाबले लगभग 6 पुरुष वैज्ञानिक हैं वहीं सरकारी एजेंसियों में प्रत्येक महिला के मुकाबले 4 पुरुष वैज्ञानिक हैं।
- एसटीआई को विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के एक विभाग, राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रबंधन सूचना प्रणाली द्वारा तैयार किया गया है, और यह देश भर में कई वैज्ञानिक प्रतिष्ठानों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है।
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