तेंदुओं के अवैध शिकार पर ‘ट्रेफिक इंडिया’ का अध्ययन
- 08 Aug 2020
अगस्त 2020 में ‘ट्रेफिक इंडिया' (TRAFFIC india) द्वारा किए गए एक ताजा अध्ययन के अनुसार भारत में 2015-2019 के बीच कुल 747 तेंदुए की मौत में से 596 अवैध वन्यजीव व्यापार और अवैध शिकार गतिविधियों से हुई।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस दौरान भारतीय तेंदुओं की आबादी में 75% से 90% की गिरावट दर्ज की गई।
- अध्ययन की अवधि के दौरान शिकारियों द्वारा मारे गए 140 तेंदुओं के शवों को वन क्षेत्रों से बरामद किया गया, जबकि 456 तेंदुओं के समतुल्य शरीर के अंगों को विभिन्न अभियानों के दौरान प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जब्त किया गया।
- उत्तराखंड और महाराष्ट्र राज्यों से सबसे ज्यादा अवैध शिकार की घटनाएं दर्ज की गई।
- 2015 से 2019 की अवधि के दौरान, तेंदुए के शरीर के अंगों की बरामदगी के उत्तराखंड में 140 से अधिक मामले पाये गए तथा 19 का अवैध शिकार किया गया। वहीं महाराष्ट्र से 40 से अधिक मामले दर्ज किए गए तथा 16 का अवैध शिकार किया गया।
- अवैध वन्यजीव व्यापार में खाल (Skin) सबसे अधिक मांग वाला उत्पाद रहा, जबकि पंजे, दांत और हड्डियों आदि का भी अवैध कारोबार किया गया।
- 2014 में भारत के तेंदुओं की अंतिम औपचारिक गणना के अनुसार इनकी आबादी 12,000 से 14,000 के बीच है।
- ट्रेफिक (TRAFFIC) दुनिया भर में एक प्रमुख वन्यजीव व्यापार निगरानी नेटवर्क है। ट्रेफिक इंडिया के प्रमुख साकेत बडोला हैं।
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