UPPCS Mains Questions for Public Administration (Second Paper)2001
{निर्धारित समय : तीन घण्टे} {पूर्णांक : 200}
निर्देषः-
1. परीक्षार्थियों को प्रश्न संख्या 1 एवं 6 के उत्तर देना अनिवार्य है और शेष प्रश्नों में से तीन से अधिक का उत्तर नहीं देना चाहिए।खण्ड-अ(Section-A)
- निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये, जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक की न हो :
(अ) मुगल प्रशासक हिन्दू एवं परसियन तत्वों का मिश्रण था।
(ब) भारत में ब्रिटिश प्रशासन शासक केन्द्रित एवं दमनात्मक था।
(स) आर्थिक उदारीकरण के परिप्रेक्ष्य में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की प्रासंगिकता नहीं रह गई है।
Write short note on any two of the following in not more than 300 words each :
(a) Mughal administration was a mixture of Hindu and Persian elements.
(b) The British administration in India was ruler centered and exploitative.
(c) The public sector undertaking have lost their relevance in the context of economic liberalisation. -
वे कौन सी प्रतिबंधित परिस्थितियां हैं जिन्होंने भारतीय संघवाद की सफल प्रक्रिया को अवरूद्ध किया है?
What are the contraints impending the successful working of Indian federalism? Discuss. - ‘‘भारतीय प्रधानमंत्री की शक्तियां बंधनरहित हैं।’’ इस कथन की सत्यता का परीक्षण करें।
“The power of the Indian Prime Minister are unfettered.” Examine the veracity of this statement. - ‘‘लोक सेवाओं के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सबसे बड़ी कमी प्रशिक्षुओं में कार्यों के प्रति प्रतिबद्धता एवं दक्षता उत्पन्न करने से संदर्भ में है।’’ इस कथन की आलोचनात्मक व्याख्या करें।
“In the civil services training programmes the greatest deficiency is that fails in generating commitment and competence amongst the trainees towards the job.” Critically examine the statement. - राष्ट्रीय विकास परिषद राज्य सरकार, केन्द्र सरकार एवं योजना आयोग के मध्य उपयोगी इकाई के रूप में कार्य करती है। व्याख्या करें।
The National development council function as a useful-unit between State Government, Union Government and Planning Commision. Explain. - निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये, जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक की न हो :
(अ) मुख्यमंत्री के योजना आयोग एवं राष्ट्रीय विकास परिषद से संबंध
(ब) कानून व्यवस्था बनाये रखने में कमिश्नर व्यवस्था का महत्व
(स) नागरिकों की समस्या के निदान हेतु उठाये गये कदम
Write short note on any two of the following in not more than 300 words each :
(a) The relationship of the Cheif Minister with planning commission and National Development Council.
(b) Importance of the commissionerate system in the maintainence of law and order.
(c) Steps taken for the redressal of the problems of the citizens. - राज्य मंत्रिपरिषद के संगठन, कार्य एवं नीति निर्माण की प्रक्रिया का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।
Critically analyse the organisation, function and decision making process being adopted by the Council of Ministers in the State. -
‘‘राज्य में मुख्य सचिव प्रशासनिक व्यवस्था की धुरी होता है।’’ व्याख्या कीजिए।
“The Chief Secretary in the State is the pivot of the administrative system.” Explain. - ‘‘भारत में नगरीय प्रशासन अनेकों चुनौतियों से जूझ रहा है।’’ क्या आप इस कथन से सहमत हैं? विवेचना कीजिये।
“The urban municipal administration is struggling with numerous challenges.” Do you agree with the statement? Explain. - ‘‘ग्रामीण विकास कार्यक्रम भारत की विकासगामी योजना का मूल है।’’ इस कथन के परिप्रेक्ष्य में गत दशक में ग्रामीण विकास योजना का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये।
“The rural development programme is the basis of the development planning of India.” In the context of this statement critically evaluate the rural development planning in last one decade.
खण्ड-ब (Section-B)