UPPCS Mains Questions for Public Administration (Second Paper)1991
{निर्धारित समय : तीन घण्टे} {पूर्णांक : 250}
निर्देषः-
1. अभ्यर्थियों को प्रश्न संख्या 1 एवं 6 अनिवार्य रूप से करने हैं और बाकी प्रश्नों में से प्रत्येक भाग से कम से कम एक लेकर तीन से अधिक नहीं करने हैं। प्रत्येक प्रश्न के अंक उनके अन्त में दिये गए हैं।खण्ड-अ (Section-A)
- निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर टिप्पणियाँ लिखिए जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न हो :
(अ) ‘‘जबकि जहांगीर निष्पक्षता का एक प्रतिमान था, अकबर का प्रशासन दृष्टिमय था।’’
(ब) ‘‘पिछले दशकों में केन्द्रीय सचिवालय के आकार तथा उसके क्रिया-कलापों के कार्यक्षेत्र में भारी परिवर्तन आ गये हैं।’’
(स) यद्यपि भारत सरकार अधिनियम, 1935 ने भारतीय संविधान के लिये एक आधार प्रस्तुत किया परन्तु उत्तर वस्तु अपने कार्यक्षेत्र में बहुत अधिक विस्तृत है।
Comment upon any two of the following in not more than 300 words each:
(a) “While Jehangir was a modal of fairness, Akbar's administration was full of vision.”
(b) ‘The size of the Central Secretariate and the scope of its activities have undergone a considerable during the post decades.
(c) Although the Government of India Act, 1935 provided a basis for the Constitution of India but the later is far too wide in its scope. - ‘‘मन्त्रिमण्डल सचिवालय तथा प्रधानमंत्री कार्यालय केंद्रीय प्रशासन के दो महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं।’’ उनके कार्यों तथा इनके अन्तर्संम्बन्धों की दृष्टि से संघर्ष का परीक्षण कीजिये।
“The Cabinet Secretariate and the Prime Minister's Office are the two important pillars of central administration.” Examine the statement in the light of their functions and their inter relationships. - ‘‘सिविल सेवकों का प्रशिक्षण एक गम्भीर व्यवसाय (कार्य) होना चाहिए।’’ टिप्पणी लिखिए और प्रशिक्षण के उद्देश्यों, नीति तथा कार्यक्रमों का परीक्षण कीजिये।
“Training of civil servants should be a serious business.” Comment and examine the objective, policy and programmes of training. - ‘‘राज्य स्तर पर आयोजना मशीनरी न ही उतनी-उप्रस्कृति है और न ही उतनी प्रभावी जितनी केन्द्र में है।’’ इस कथन के सन्दर्भ में केन्द्र और राज्य की आयोजना मशीनरी के संगठन तथा उनके कार्यों की विवेचना कीजिए।
“The planning machinery at the State level is not as much equipped and not as effective as in the case in the Centre.” Discuss the Organisation and working of the planning machinery in the Centre and in your state in the context of this statement. - ‘‘किसी राज्य उपक्रम का स्वरूप नहीं वरन् उनके प्रबन्धन की प्रभावकारिता है जो अच्छे फलों को प्रस्तुत करती है।’’ टिप्पणी लिखिये। राज्य उपक्रमों की प्रणालियों की विवेचना कीजिये।
“It is not the form of a state undertaking better effectiveness of its management which produce better results.” Comment and also discuss various management system in state undertakings. - निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर टिप्पणियाँ लिखिए, जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न हो :
(अ) ‘‘प्रशासन के उच्चतर स्तर पर राजनैतिक और सिविल सेवक की भूमिका अन्तरमिश्रित हो जाती है।’’
(ब) ‘‘सार्वजनिक व्यय पर संसदीय नियंत्रण का वर्तमान प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है।’’
(स) ‘‘जिले में अधिकारियों की टीम को एक कप्तान की आवश्यकता होती है जो मार्ग में आने वाली बाधाओं के बावजूद जहाज को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाते रहे।
Comment upon any two of the following in not more than 300 words each :
(a) “The roles of the politician and civil servant at the higher cehelous of administration get intermixed.”
(b) “The present system of parliamentary control over public expenditure need to be made more effective.”
(c) “The district terms of officers needs captain who should be able to steer the ship effectively inspite of all the odds which come in the way.” - ‘‘आतंकवादियों से पीड़ित राज्यों में कानून व्यवस्था बनाये रखना बहुत जटिल हो गया है।’’ केन्द्रीय और राज्य अभिकरणों द्वारा निभाई गई भूमिकाओं के सन्दर्भ में विवेचना कीजिए।
“Maintenance of law and order in the terrorism ridden states has become very complex.” Discuss with reference to the roles played by central and state agencies. - गवर्नर के पद से सम्बन्धित विवादों का विश्लेषण कीजिये। उसकी संवैधानिक स्थिति क्या है और वह अपनी दृढ़ता को किन उपायों
द्वारा प्रदर्शित करता है।
Analyse the controversies relating to the office of the Governor. What is his constitutional position and in what manner the asserts himself. - ‘‘बढ़ते हुए नगरीकरण ने नगर शासनों के सामने बहुत सी समस्यायें खड़ी की हैं।’’ इस कथन का परीक्षण कीजिये और उन समस्याओं के निदान के लिये अपनाये गये उपायों का विवेचन कीजिए।
“The increasing urbanisation has thrown up many problems for the municipal governments.” Examine the statement and discuss the measures adopted to solve the problems. - ‘‘लोगों की सत्ता’’ की अवधारणा स्पष्ट कीजिये तथा इस सन्दर्भ में पंचायती राज संस्थाओं की उपलब्धियों तथा असफलताओं की विवेचना कीजिये।
Explain the concept of “Power to the People” and in the context elucidate the achievements and failure, of Panchayti Raj Institutions.
खण्ड-ब(Section-B)