UPPCS(Main-Special) Questions for Public Administration (First Paper)2004


{निर्धारित समय : तीन घण्टे} {पूर्णांक : 200}

निर्देषः- 1. कुल पाँच प्रश्नों के उत्तर दीजिए। प्रत्येक खण्ड से कम से कम दो प्रश्न करना अनिवार्य है।

2. सभी प्रश्नों के अंक समान हैं।

खण्ड-अ(Section-A)

  1. निम्नलिखित में से किन्हीं तीन पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये, जिनमें से प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक की न हो :
    (अ) ‘‘लोक या निजी प्रशासन के विज्ञान में आधारभूत ‘अच्छाई’ दक्षता है।’’
    (ब) ‘‘टेलर के वैज्ञानिक प्रबन्ध ने लोक प्रशासन में उभरते हुए सुधार तथा मितव्ययिता आन्दोलनों पर एक भारी प्रभाव छोड़ा है।’’
    (स) लोक प्रशासन इतना व्यापक हो गया है और सीमान्त समस्याओं में अपने को इतना उलझा चुका है कि अध्ययन के एक मान्य केन्द्र के रूप में उसके पूर्णतः विलुप्त हो जाने का संकट आ खड़ा हुआ है।’’
    (द) ‘‘समन्वय संगठन का पहला सिद्धान्त है।’’
    Write short note on any three of the following which should be of not more than 200 words :
    (a) “In the science of administration whether public or private, the basic ‘good’ is efficiency.”
    (b) “Tayler's scientific Management had a major influence on the growing reform and economy movements in public Administration.”
    (c) Public administration has grown so broad, and so much is involved at its periphery that is stands. “In recognizable focus of study.”
    (d) “Co-ordination is the first principle of organisation.”
  2. ‘प्रशासनिक संगठन’ को जार्ज एल्टन मेयो द्वारा दिए गए योगदानों का मूल्यांकन कीजिए। क्या आप उनके योगदानों को आधुनिक समय के महान अभिनव परिवर्तनों के रूप में देखते हैं?
    Evaluate the contributions of George Elton Mayo to administrative organization. Do you consider his contributions as great innovations of modern times?
  3. संगठन के पारम्परिक सिद्धान्तों की मूलभूत मान्यताओं का विश्लेषण कीजिए। इन सिद्धान्तों के प्रशासनिक चिन्तन में योगदान का परीक्षण कीजिए।
    Analyse the basic assumptions of the classical theory of organisation and examine its contribution to the Administrative thoughts?
  4. लोक निगमों से सम्बन्धित नियन्त्रण बनाम स्वायत्तता के विरोधाभास का परीक्षण कीजिए।
    Examine the paradox of control Vs. autonomy in relation to public corporations.
  5. खण्ड-ब (Section-B)

  6. निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये, जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक की न हो :
    (अ) तुलनात्मक लोक प्रशासन का क्षेत्र विस्तृत है। अभिमुखन में यह प्रमुखताः अंतः सांस्कृतिक अथवा अंतः राष्ट्रीय है।
    (ब) संसदीय लोकतन्त्र में प्रतिबद्ध नौकरशाही अनुपयुक्त है।
    (स) समस्त नीति-निर्माण निर्णयन है, परन्तु समस्त निर्णयन नीति-निर्माण नहीं है।
    Write short note on any two of the following in not more than 300 words :
    (a) The scope of comparative public Administration is vast. In orientation predominantly it is cross-cultural or cross national.
    (b) Committed bureaucracy is unsuitable in parliamentary democracy.
    (c) All policy-making is decision-making, but all decision-making is not policy-making.
  7. अभिप्रेरणा के ‘‘आवश्यकता पदसोपान सिद्धान्त’’ की व्याख्या कीजिए। यह अन्य सिद्धान्तों से कैसे भिन्न है?
    Explain the “Need hierarchy Theory” of motivation. How it is different from other theories of motivation?
  8. उन सिद्धान्तों का निरूपण कीजिए जो बजट की तैयारी से जुड़े हुए हैं। वित्तीय प्रबंध में बजट तकनीकों के क्षेत्र का मूल्यांकन कीजिए।
    Explain the principles involved in the preparation of budget. Assess the scope of budgetary techniques in financial managrement.
  9. प्रशासनिक विधि के संदर्भ में डायसी के दृष्टिकोण का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए और वर्तमान में इसके बढ़ते हुए महत्व का मूल्यांकन कीजिए।
    Critically examine the view of Dicey in respect of Aministrative law and evaluate its growing significance in present times.