LGBTQIA+ से संबंधित सामाजिक पूर्वाग्रह और कलंक: परिणाम एवं समाधान
LGBTQAI+ लेस्बियन, गे, बाइसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर, इंटरसेक्स और एसेक्सुअल और अन्य लोगों को संबोधित करता है। LGBTQIA+ समुदाय सदियों से सामाजिक पूर्वाग्रह और कलंक का सामना करता रहा है।
- समाज में व्याप्त रूढ़िवादी विचारधाराएं, धार्मिक मान्यताएं और सांस्कृतिक मानदंड अक्सर इस समुदाय के लोगों को हाशिए पर धकेल देते हैं।
- LGBTQIA+ से संबंधित सामाजिक पूर्वाग्रह और कलंक के परिणाम
- सामाजिक बहिष्कार: इन्हें परिवार, दोस्तों और समुदाय द्वारा बहिष्कार का शिकार होना पड़ता है। कई लोग अपने परिवारों से अलग हो जाते हैं क्योंकि उन्हें स्वीकार नहीं किया जाता है।
- हिंसा और उत्पीड़न: LGBTQIA+ समुदाय के लोगों को अक्सर शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक ....
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