भारतीय मीडिया में लैंगिक रूढ़िवादिता
भारतीय मीडिया में लैंगिक रूढ़िवादिता एक महत्वपूर्ण और चिंताजनक मुद्दा है। यह समस्या विभिन्न माध्यमों में देखी जा सकती है, जैसे कि टेलीविजन, फिल्म, समाचार पत्र, और सोशल मीडिया।
- लैंगिक रूढ़िवादिता न केवल समाज में स्त्री-पुरुष समानता को प्रभावित करती है, बल्कि महिलाओं की स्थिति और उनके अधिकारों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है।
भारतीय मीडिया में लैंगिक रूढ़िवादिता के प्रमुख पहलू
- महिलाओं का वस्तुकरण: टेलीविजन और फिल्मों में महिलाओं को अक्सर एक वस्तु के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। विज्ञापनों में महिलाओं को आकर्षक दिखाने के लिए उनकी शारीरिक सुंदरता का उपयोग किया जाता है। इससे महिलाओं की छवि ....
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