​जाति आधारित जनगणना: सामाजिक निहितार्थ

जाति आधारित जनगणना समाज में जाति व्यवस्था की व्यापकता और उसकी स्थिति को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण हो सकती है। वर्तमान में देश मे केवल बिहार सरकार द्वारा सभी जातियों और समुदायों (SECC) का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य सम्पन्न किया गया है।

  • जाति आधारित जनगणना एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील विषय है, जिसके भारतीय समाज पर गहरे सामाजिक निहितार्थ हो सकते हैं।

सामाजिक निहितार्थ

सकारात्मक

  • सामाजिक न्याय और आरक्षण नीतियां: जाति आधारित जनगणना से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग सरकार द्वारा सामाजिक न्याय और आरक्षण नीतियों को बनाने और सुधारने में किया जा सकता है। इससे यह सुनिश्चित किया ....
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