​पूर्वोत्तर भारत: स्वतंत्रता संग्राम की अनकही कहानियां

  • भोगेश्वरी फुकनानी (1885-1942): असम की एक साहसी स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने आठ बच्चों की माँ होते हुए भी भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भाग लिया। उन्हें ब्रिटिश पुलिस द्वारा गोली मारी गई थी और 20 दिनों बाद उनकी मृत्यु हो गई।
  • यू तिरोत सिंह: खासी जनजाति के नेता, जिन्होंने ब्रिटिशों के खिलाफ अपने लोगों का नेतृत्व किया। उन्होंने चार साल तक बहादुरी से लड़ाई लड़ी, लेकिन अंततः पकड़ लिए गए और ढाका में कैद कर दिए गए, जहाँ उनकी मृत्यु हो गई।
  • शूरवीर पासल्था खुआंगचेरा: मिजोरम के पहले मिज़ो नेता, जिन्होंने 1890 में ब्रिटिश आक्रमण का विरोध किया और लुशाई हिल्स में बहादुरी ....
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