2047 के विकसित अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की मजबूत सीढ़ी
भारत अगले 25 साल में विकसित देश बनने का संकल्प ले चुका है। इस लक्ष्य को पाने में मेक इन इंडिया यानी भारत में निर्मित योजना की अहम भूमिका होगी। किसी भी अर्थव्यवस्था के आकार बढ़ाने एवं विकास की गति बढ़ावा देने वाले आवश्यक तत्व (जैसे जनतंत्र, जनसांख्यिकीय लाभांश, मांग, विविध बाजार और डिजिटल व्यवस्था) भारत में मौजूद हैं।
- जनसांख्यिकीय लाभांश एक बड़ी श्रमशक्ति और बड़ा बाजार मुहैया कराता है। मांग किसी भी उत्पादक के लिए ‘संजीवनी’ है तो विविध बाजार की बदौलत विविध उत्पाद विकसित करने में मदद मिलती है। देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने से संबंधित सरकार की ....
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संबंधित सामग्री
- 1 भारत में पहली बुलेट ट्रेन का साकार होता सपना
- 2 जीनोम इंडिया परियोजना: स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की मजबूत नींव
- 3 विकसित भारत के सपने को साकार करने की ओर अग्रसर वैज्ञानिक पहलें
- 4 भारत का क्वांटम सैटेलाइट मिशन: संचार और सुरक्षा में नई क्रांति
- 5 विज्ञान के अनुसंधान में अग्रणी भारतीय महिलाएं
- 6 स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे और पहुँच को मजबूत करना
- 7 भारत में महिला सशक्तीकरण के लिए बजटीय पहल
- 8 ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहल
- 9 केंद्रीय बजट 2025-26 : विकास के आयाम
- 10 महिला सशक्तीकरण
पत्रिका सार
- 1 सिविल सेवा में सुधार
- 2 भारत में वित्तीय प्रशासन और जवाबदेही
- 3 उपभोक्ताओं और व्यवसायों के हितों की रक्षा
- 4 महिला सशक्तीकरण की दिशा में बढ़ते कदम
- 5 भारत में मानव संसाधन के विकास को बढ़ावा
- 6 अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा
- 7 खाद्य प्रसंस्करणः विकास और संभावनाएं
- 8 ‘यूक्लिड’ टेलीस्कोप एवं डार्क मैटर
- 9 ओजोन क्षरण का मानव तथा प्रकृति पर प्रभाव