ओजोन क्षरण का मानव तथा प्रकृति पर प्रभाव

पृथ्वी की सतह के ऊपरी वायुमंडल में कई सतहें होती हैं। पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक सबसे निचली परत टोपोस्फियर (क्षोभमंडल) कहलाती है।

  • पृथ्वी की सतह से 10 से लगभग 50 किलोमीटर की ऊंचाई स्ट्रैटोस्फियर (समताप मंडल) कहलाती है। अधिकांश हवाई जहाज इसी क्षेत्र के निचले हिस्से में उड़ान भरते हैं।
  • स्ट्रैटोस्फियर के क्षेत्र में ओजोन का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा पाया जाता है। ओजोन की यही परत सूरज से आने वाले विकिरण को पृथ्वी की सतह तक पहुंचने से रोकती है।
  • हानिकारक ग्रीनहाउस गैसों के प्रभाव से प्राकृतिक रूप से बनी ओजोन की परत बड़ी तेजी से नष्ट ....
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