भारतीय दर्शन के माध्यम से पर्यावरण संबंधी जागरुकता

  • भारतीय ग्रंथों के अनुसार मानव 9 तत्वों के मेल से निर्मित हुआ है। ये तत्व पृथ्वी, आकाश, जल, वायु, अग्नि, समय, दिशाएं, मस्तिष्क और मृदा हैं।
  • बौद्ध दर्शन सभी जीवधारियों के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव तथा पर्यावरण संरक्षण के मार्ग की ओर संकेत करता है।
  • जैन धर्मावलंबियों का यह भी मानना है कि “दूसरों को नुकसान पहुंचाना या उन्हें नुकसान पहुंचाने देना, स्वयं को नुकसान पहुंचाने के समान ही बुरा है।“
  • जैन धर्म में सभी प्राणियों को समान माना जाता है तथा छोटे-बड़े या निम्न-श्रेष्ठ सभी को बराबर समझा जाता है।
  • सांख्य दर्शन पुरुष (दृष्टा) और प्रकृति की धारणा मानता है, ....
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