लोक प्रशासन में भावनात्मक बुद्धिमत्ता: एक बौद्धिक दृष्टिकोण

  • भावनात्मक बुद्धिमत्ता निर्णय लेने के लिए एक सूक्ष्म दृष्टिकोण प्रदान करती है जो आत्म-जागरूकता और समानुभूति पर आधारित होती है। इसमें अपनी भावनाओं के साथ-साथ दूसरों की भावनाओं को पहचानने, नियंत्रित करने और समझने की क्षमता सम्मिलित होती है।
  • अरस्तू की निकोमैकियन एथिक्स के अनुसार “कोई भी क्रोधित हो सकता है- यह आसान है, लेकिन सही व्यक्ति पर, सही सीमा तक, सही समय पर, सही उद्देश्य के लिए और सही तरीके से क्रोधित होना आसान नहीं है।”
  • 6 मूल मानसिक क्लेश- आसक्ति, क्रोध, अभिमान, अज्ञानता, संदेह और क्लेशपूर्ण दृष्टिकोण होते हैं।
  • बौद्ध धर्म में प्रयुक्त शब्द क्लेश उन मानसिक क्लेशों को संदर्भित ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

पत्रिका सार