असहयोग आंदोलन
खिलाफत आन्दोलन से भारतीय मुसलमानों में उत्पन्न हुए इस आक्रोश को गांधी ने राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में परिवर्तित करना चाहा।
- दिसंबर 1920 के नागपुर अधिवेशन में कांग्रेस ने असहयोग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसके विरोध में जी.एस. खापर्डे, मोहम्मद अली जिन्ना, बिपिन चंद्र पाल जैसे नेताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
रोलेक्ट सत्याग्रह
प्रमुख सिफारिशें
|
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री

- 1 भारत का सांस्कृतिक इतिहास
- 2 प्राचीन एवं मधयकालीन भारत की प्रशासनिक प्रणालियां
- 3 प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत की आर्थिक प्रणालियां
- 4 भारत का धार्मिक इतिहास
- 5 भारत का उपनिवेशीकरण
- 6 ब्रिटिशकालीन आर्थिक, प्रशासनिक एवं संवैधानिक इतिहास
- 7 सामाजिक-धार्मिक सुधाार आंदोलन
- 8 कृषक एवं जनजातीय आंदोलन
- 9 कांग्रेस से पूर्व स्थापित संस्थाएं
- 10 कांग्रेस की स्थापना
- 11 स्वतंत्रता संघर्ष का उदारवादी चरण
- 12 स्वतंत्रता संघर्ष का उग्रवादी चरण
- 13 कांग्रेस का विभाजन
- 14 स्वदेशी आंदोलन
- 15 होमरूल लीग
- 16 प्रमुख क्रान्तिकारी संगठन एवं गतिविधियां
- 17 खिलाफ़त आंदोलन
- 18 स्वराज पार्टी
- 19 सविनय अवज्ञा आंदोलन
- 20 गोलमेज सम्मलेन
- 21 द्वितीय विश्व युद्ध एवं भारत छोड़ो आंदोलन
- 22 आजाद हिंद फ़ौज
- 23 शिमला सम्मेलन
- 24 कैबिनेट मिशन
- 25 माउन्टबेटन योजना
- 26 कृषि उत्पादन-भारत
- 27 न्यूनतम समर्थन मूल्य
- 28 कृषि उत्पादन-विश्व
- 29 भारत में खनिज भंडार तथा उत्पादन
- 30 विश्व में खनिज भंडार तथा उत्पादन