लैंगिक संवेदनशीलता

लैंगिक संवेदनशीलता का तात्पर्य लिंग-संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता और समझ तथा संवेदनशीलता एवं सम्मान के साथ उनसे निपटने की क्षमता से है।

लैंगिक संवेदनशीलता के तत्व

  • लैंगिक रूढ़िवादिता को पहचानना और उसका प्रतिकार करना।
  • उन विभिन्न तरीकों से अवगत होना, जिनसे लैंगिक मुद्दे अन्य कारकों, जैसे नस्ल, वर्ग पहचान के साथ प्रतिच्छेद कर सकते हैं।
  • सभी लिंग के लोगों के लिए समान अधिकारों, अवसरों और व्यवहार को बढ़ावा देना।
  • लिंग आधारित हिंसा का विरोध।
  • लिंग-आधारित भूमिकाओं को लेकर सामाजिक रूढ़िवादिता का प्रतिकार। समावेशी भाषा का उपयोग करना और संचार में लैंगिक धारणाओं या रूढ़िवादिता से बचना।
  • उन नीतियों और प्रथाओं का क्रियान्वयन जो ....

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