रमन प्रभाव एक युगांतरकारी खोज

  • जिस प्रकाश के वर्णक्रम में केवल एक ही रंग उपस्थित हो, उस प्रकाश को एकवर्णी प्रकाश (Monochromatic Light) कहते हैं।
  • 28 फरवरी, 1928 को डॉ. रमन ने आपतित एकवर्णी प्रकाश के वर्णक्रम में मूल तीव्र रेखा के दोनों ओर कम तीव्र रेखाएं प्राप्त कीं। इन्हीं रेखाओं को आगे चलकर रमन रेखाएं कहा गया और इसी कारण से प्रत्येक वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • इस महान खोज की शुरुआत तब हुई थी जब डॉ. रमन 1921 में यूरोप की यात्रा पर गए थे और पानी के जहाज से उन्होंने भूमध्य सागर के गहरे नीले ....
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