ग्रीन हाइड्रोजन: ऊर्जा क्षेत्र में भारत का भविष्य

  • ग्रीन हाइड्रोजन पहलों से प्रत्येक वर्ष लगभग 50 मिलियन मीट्रिक टन CO2 उत्सर्जन को रोकने की उम्मीद है जो भारत के ऊर्जा आत्मनिर्भरता और नेट जीरो लक्ष्यों में योगदान देगा।
  • वर्ष 2030 तक ऊर्जा की मांग में 25% की वृद्धि का अनुमान है जबकि वर्तमान में भारत की प्राथमिक ऊर्जा का 40% से अधिक आयात किया जाता है।
  • जनवरी 2023 में शुरू किए गए राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन का मुख्य लक्ष्य भारत को ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन, उपयोग और निर्यात के लिए एक वैश्विक केंद्र (Hub) के रूप में स्थापित करना है।
  • ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र की उभरती प्रकृति और इसके ....
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