उग्रवाद मुक्त समृद्ध पूर्वोत्तर: चुनौती एवं दिशा

पूर्वोत्तर भारत विभिन्न जनजातियों, भाषाओं, संस्कृतियों, इतिहास और जातीयता का एक मिलन स्थल है। पूर्वोत्तर भारत 1950 के दशक से ही उग्रवाद का गवाह रहा है।

  • पूर्वोत्तर भारत की विशिष्ट संस्कृतियों के ‘मुख्यधारा’ में एकीकरण के प्रयास ने क्षेत्र में असंतोष को जन्म दिया।
  • विप्लव गतिविधियों की शुरुआत नागा हिल्स से हुई थी। यहां फिजो के नेतृत्व में, नागा राष्ट्रीय परिषद (NNC) ने 14 अगस्त, 1947 को भारत से स्वतंत्रता की घोषणा की। इसके बाद, पूर्वोत्तर के विभिन्न क्षेत्रों से स्वतंत्रता की मांगों को ले कर विप्लव गतिविधियों की शुरुआत हुई।
  • उग्रवाद मुक्त समृद्ध पूर्वोत्तर क्षेत्र ‘विकसित भारत’ के लिए आवश्यक है ....
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