तमिल नव वर्ष: पुथांडु

अप्रैल, 2022 में तमिल समुदाय के लोगों द्वारा पुथांडु (Puthandu) नामक उत्सव मनाया गया। तमिल नव वर्ष (Tamil New Year) के रूप में मनाया जाने वाला यह दिन तमिल समुदाय के लोगों के लिए काफी महत्व रखता है।

प्रमुख बिंदुः तमिलनाडु के लोगों द्वारा तमिल माह ‘चिथिरई’ (Chithirai) के पहले दिन को पुथांडु के रूप में मनाया जाता है।

  • पुथांडु, जिसे वर्षा पिरप्पू (Varsha Pirappu) के नाम से भी जाना जाता है, पूरे देश में तमिलों द्वारा पूरी भव्यता और धूमधाम से मनाया जाता है।
  • अपने घरों को सजाने से लेकर पोंगल व्यंजन (Pongal) बनाने तक, वे अपने प्रियजनों के साथ नए साल का जश्न मनाते हैं।
  • पुथांडु, ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian celendar) में हर साल लगभग एक ही दिन पड़ता है।
  • पुथांडु उत्सव, तमिलनाडु और पुडुचेरी के अतिरित्तफ़ भारत के बाहर रहने वाले तमिल हिंदुओं द्वारा भी मनाया जाता है, जैसे कि श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, मॉरीशस तथा अन्य देशों में, जहां तमिल प्रवासी रहते हैं।

विश्व धारोहर स्थल

  • एक विश्व धरोहर स्थल को अंतरराष्ट्रीय महत्व के एक प्राकृतिक या मानव निर्मित क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, जिसे विशेष सुरक्षा की आवश्यकता होती है।
  • इन स्थलों को आधिकारिक तौर पर संयुत्तफ़ राष्ट्र और संयुत्तफ़ राष्ट्र शैक्षिक वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा मान्यता प्राप्त है।