रिमोट सेंसिंग क्रॉप मॉडल

मार्च 2022 में भारत के सबसे बड़े कृषि-व्यापारिक बाज़ार 'एग्रीबाजार' ने किसानों के लिए 'रिमोट सेंसिंग क्रॉप मॉडल' (Remote Sensing Crop Model) की घोषणा की है।

  • रिमोट सेंसिंग उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जहां भौतिक रूप से किसी विशेष स्थान पर होने की आवश्यकता के बिना किसी वस्तु के संदर्भ में वैज्ञानिक डेटा और अवलोकन (Scientific Data and Observations) चित्र एकत्र किए जाते हैं।
  • इस प्रकार के कार्य सामान्य रूप से विभिन्न उपकरणों के माध्यम से किए जाते हैं, जिनमें एक उपग्रह के माध्यम से किसी वस्तु के परावर्तित और उत्सर्जित विकिरण (Reflected and Emitted Radiation) को मापना शामिल है।

रिमोट सेंसिंग क्रॉप मॉडल का महत्व :

  • कृषि में रिमोट सेंसिंग से तात्पर्य उपग्रह का उपयोग करके फसल, मृदा एवं भूमि के संदर्भ में जानकारी एकत्र करने की प्रक्रिया से है।
  • रिमोट सेंसिंग मॉडल के माध्यम से, वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञ पोषक तत्वों की कमी, जल की कमी अथवा अधिशेष, खरपतवार संक्रमण, कीट क्षति, ओलों के कारण हुई क्षति, हवा के कारण हुई क्षति, शाकनाशी क्षति, पौधों की आबादी और बीमारियों की उपस्थिति जैसी विशेषताओं को मापने में सक्षम हो जाते हैं।
  • इस प्रकार के आंकड़ों के संग्रहण से कृषि की सटीक विधियों (Precision Farming) की पहचान करने तथा उन्हें क्रियान्वित करने में सहायता मिलती है। ऐसा करके, संसाधनों के उचित प्रयोग द्वारा उत्पादन को कई गुना तक बढ़ाया जा सकता है।