कार्यान्वयन : वर्ष 2014 से किया जा रहा है, जिसे जुलाई 2021 में संशोधित किया गया।
लक्ष्यः बेहतर दूध उत्पादन के लिये अवंसरचना का सृजन करना और उसे मजबूत बनाना शामिल है।
संशोधित योजना का लक्ष्य : दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ाना तथा संगठित खरीद, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन की हिस्सेदारी में वृद्धि करना है।