नीति आयोग एसडीजी इंडिया सूचकांक पर भारत का समग्र स्कोर 2020-21 में सुधरकर 66 हो गया, जबकि यह 2019-20 में 60 तथा 2018-19 में 57 था। फ्रंट रनर्स (65-99 स्कोर) की संख्या 2020-21 में 22 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में बढ़ी, जो 2019-20 में 10 थी।
प्रभावः भारत का यह प्रयास संधारणीय विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में सहायक होने के साथ-साथ सतत विकास की अवधारणा को पुष्ट करेगा तथा पर्यावरण संरक्षण एवं अपशिष्ट प्रवंधन में भारत को अग्रणी देशों में शामिल किया जा सकेगा यह विनियमन, प्लास्टिक पैकेजिंग कचरे की सर्क्युलर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, प्लास्टिक और टिकाऊ प्लास्टिक पैकेजिंग के नए विकल्पों के विकास को बढ़ावा देगा।
कृषि तथा खाद्य प्रबंधन
पिछले दो वर्षों में कृषि क्षेत्र में विकास देखा गया। देश के कुल मूल्यवर्धन (जीवीए) में महत्वपूर्ण 18.8 प्रतिशत (2021-22) की वृद्धि हुई, इस तरह 2020-21 में 3.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और 2021-22 में 3.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
प्रभावः कृषि क्षेत्र में सरकार के इस प्रयास से कृषि विविधिकरण तथा तकनिकी के उपयोग (जैसे ड्रोन) को बढ़ाया जा सकेगा।
जिससे कृषि सम्बन्धी समस्याओं जैसे बाढ़, सुखा, मानसून पूर्वानुमान की समस्या को कम करने के साथ-साथ रासयनिक और कीटनाशकों के छिड़काव में आसानी होगी, सूक्षम सिचंचाई को बढ़ाबा दिया जा सकेगा।
कृषि और किसानों को लाभ प्रदान कर उनकी आय को दोगुना करने में मदद प्राप्त होगा साथ ही साथ प्राकृतिक कृषि तथा जैविक कृषि का विकास होगा।