इस योजना का उद्देश्य पीएचडी डिग्रियों सहित मैट्रिकोत्तर/माध्यमिकोत्तर स्तर पर अध्ययनरत अन्य पिछड़े वर्ग के छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करके उनमें उच्चतर शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। ये छात्रवृत्तियां उन छात्रों को मान्यता प्राप्त संस्थानों में अध्ययन हेतु राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन के माध्यम से प्रदान की जाती हैं।