नासा ने की सनराइज मिशन की घोषणा

अमेरिकी अन्तरिक्ष एजेंसी नासा ने मार्च, 2020 को सन रेडियो इंटरफेरोमीटर स्पेस एक्सपेरिमेंट (SUNRISE) मिशन की घोषणा की। यह मिशन 1 जुलाई, 2023 को शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।

उद्देश्यः इस मिशन के द्वारा सूर्य के विशालकाय सौर कण तूफान का अध्ययन किया जाएगा। ताकि सौर तूफानों का अध्ययन तथा सौर प्रणाली के कार्य को समझा जा सके और भविष्य के अंतरिक्ष यात्रियों को मंगल ग्रह की यात्र करने और सौर तूफानों से बचाने में मदद की जा सके।

  • यह सूर्य के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के साथ-साथ इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यह इस बात का भी पता लगाएगा कि सूर्य कैसे अंतरिक्ष में मौसम की घटनाओं को प्रभावित करता है।
  • इससे अंतरिक्ष यात्रियों और अंतरिक्ष यान पर अंतरिक्ष के मौसम के प्रभावों को कम करना आसान होगा।

मुख्य बिंदुः इस मिशन के तहत 6 क्यूबसैट को जियोसिंक्रोनस-ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा। यह सूर्य से उत्सर्जित कम आवृत्ति उत्सर्जन के रेडियो चित्र लेने के लिए रेडियो टेलिस्कोप का उपयोग करेंगे। ये क्यूबसैट्स पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपर उड़ेंगे, ताकि रेडियो संकेत अवरुद्ध न हों और सनराइजइन रेडियो संकेतों का निरीक्षण कर सकेगा।

  • इन चित्रों को डीप स्पेस नेटवर्क के जरिए धरती पर भेजा जाएगा। इसके अलावा यह क्यूबसैट सूर्य से उत्पन्न होने वाले विशाल कण के स्थान के बारे में जानने के लिए एक 3डी मानचित्र बनाएंगे।
  • ये सभी क्यूबसैट्स सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र से निकलने वाली रेखाओं के विभिन्न ग्रहों के बीच अंतरिक्ष में पहुंचने के पैटर्न के संबंध में भी जानकारी प्राप्त करेंगे।
  • इस मिशन के द्वारा सूर्य के स्पेक्ट्रम अर्थात वर्णक्रम के उस हिस्से का भी अध्ययन करेगा जो आयनमंडल के कारण पृथ्वी पर नहीं देखा जा सकता है। गौरतलब है कि आयनमंडल के कारण पृथ्वी से सूर्य के स्पेक्ट्रम का अध्ययन नहीं किया जा सकता है।