लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (LiDAR))

यह सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी है जो दूरी के मापन के लिये लक्ष्य पर लेजर प्रकाश भेजता है और परावर्तित प्रकाश का विश्लेषण करता है।

  • वायुजनित प्रणाली द्वारा दर्ज किये गए अन्य डेटा के साथ-साथ यह संयुक्त प्रकाश स्पंद पृथ्वी के आकार और इसकी सतह की विशेषताओं के बारे में सटीक, त्रि-आयामी जानकारी प्रदान करता है।
  • LiDAR) उपकरण में मुख्य रूप से एक लेजर, एक स्कैनर और एक विशेष ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (Global Positioning System- GPS) रिसीवर होता है।
  • व्यापक क्षेत्रों में LiDAR) से डेटा प्राप्त करने के लिये हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
  • LiDAR) एक साधारण सिद्धांत का पालन करता है जो पृथ्वी की सतह पर किसी वस्तु पर लेजर लाइट डालता है और LiDAR) स्रोत पर लौटने में लगने वाले समय की गणना करता है।

उपयोग

लिडार का उपयोग आमतौर पर सर्वेक्षण, भूगणित, भू-विज्ञान, पुरातत्त्व, भूगोल, भूविज्ञान, भू-आकृति विज्ञान (Geomorphology), भूकंप विज्ञान, वानिकी, वायुमंडलीय भौतिकी, लेजर मार्गदर्शन, हवाई लेजर स्वाथ मैपिंग (Airborne Laser Swath Mapping- ALSM) और लेजर अल्टीमेट्री में अनुप्रयोगों के साथ उच्च-रिजॉल्यूशन मानचित्र के लिये किया जाता है।