सर्वोच्च न्यायालय ने व्यवस्था दी कि पूर्ववर्ती किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) नियम, 2007 के नियम 12 में वर्णित कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चों की आयु निर्धारण प्रक्रिया को पीड़ित बच्चों पर भी लागू किया जाना चाहिए, तथा बच्चों की आयु के निर्धारण के लिए न्यायालयों को जे जे एक्ट (JuIIIenile Justice Act) की धारा 94 का प्रयोग करना चाहिए।