बिराद मल सिंघवी बनाम आनंद पुरोहित

सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 35 के अंतर्गत किसी दस्तावेज के स्वीकार्य होने के लिए तीन शर्तों का पूरा किया जाना आवश्यक हैं:

  • प्रथम, जिस प्रविष्टि पर भरोसा किया जा रहा है वह किसी सार्वजनिक या अन्य आधिकारिक पुस्तक, रजिस्टर या रिकार्ड में की गयी हो;
  • द्वितीय, यह एक ऐसी प्रविष्टि होनी चाहिए जो मामले से संबंधित तथ्य या प्रासंगिक तथ्य को जाहिर कर रही हो।
  • तृतीय यह प्रविष्टि किसी लोक सेवक द्वारा अपने दायित्व के निर्वहन में की गयी हो, अथवा किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा कानून द्वारा विशेष रूप से निर्धारित कर्त्तव्य के संपादन के क्रम में की गयी हो।

महिलाओं के लिए प्रथम वैश्विक व्यापार केंद्रः संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप केरल द्वारा कोझीकोड में देश के प्रथम अंतरराष्ट्रीय महिला व्यापार केंद्र की स्थापना की।

  • यह सामाजिक न्याय विभाग के तहत राज्य के जेंडर पार्क विजन 2020 की एक महत्वपूर्ण परियोजना है।
  • इसमें महिलाओं के लिए स्टार्ट-अप और इन्क्यूवेशन सेंटर, व्यापार केंद्र और कार्यालय, खुदरा फैशन और तकनीकी आउटलेट, स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र, प्रर्दशन कला केंद्र, आवासीय सुविधा और वरिष्ठ नागरिकों तथा बच्चों के लिए दिन में देखभाल की सुविधा उपलब्ध होगी।
  • अंतरराष्ट्रीय महिला व्यापार केंद्र के तहत नृत्य, संगीत और रंगमंच जैसे कला एवं सांस्कृतिक रूपों को बढावा देने और प्रदर्शित करने के लिए महिलाओं की सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों हेतु एक समर्पित केंद्र की व्यवस्था की जाएगी।