इंडो-पैसिफि़क रीजनल डायलॉग

भारत 7,500 किलोमीटर के समुद्र तट, 1380 से अधिक द्वीपों और 20 लाख वर्ग किलोमीटर के अनन्य आर्थिक क्षेत्र के साथ भारत-प्रशांत क्षेत्र में एक केंद्रीय स्थान पर है। यह क्षेत्र की शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इंडो-पैसिफि़क रीजनल डायलॉग

अक्टूबर, 2021 को तीन दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम के रूप में इंडो-पैसिफिक रीजनल डायलॉग (Indo-Pacific Regional Dialogue-IPRD) 2021 का आयोजन किया गया, जिसका विषय ‘21वीं सदी के दौरान समुद्र रणनीति में विकास अनिवार्यता, चुनौतियां और आगे का रास्ता’ पर केन्द्रित था। विदित हो कि इंडो-पैसिफिक रीजनल डायलॉग भारतीय नौसेना का शीर्ष अंतरराष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन है जिसे वर्ष 2018 में पहली बार आयोजित किया गया था।

  • व्यापक विषय के तहत, इंडो-पैसिफिक रीजनल डायलॉग 2021 में आठ विशिष्ट उप-विषयों पर ध्यान केन्द्रित किया गया जो इस प्रकार है-
    • इंडो-पैसिफिक समुद्री रणनीतियां समग्रता, विचलन, अपेक्षाएं और आशंकाएं।
    • समुद्री सुरक्षा पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने के लिए अनुकूल रणनीतियां।
    • सहकारी समुद्री क्षेत्र जागरूकता रणनीतियां।
    • कानून-आधारित इंडो-पैसिफिक समुद्री आदेश के बारे में कानून के बढ़ते हुए दायरे का प्रभाव।
    • क्षेत्रीय सार्वजनिक-निजी समुद्री भागीदारी को बढ़ावा देने की रणनीतियां।
    • ऊर्जा-असुरक्षा और शमन रणनीतियां।
    • समुद्र में मानवरहित समस्याओं से निपटने की रणनीतियां।