भारत और गुट निरपेक्षता

1949 में अमेरिकी कांग्रेस में नेहरू जी ने कहा था कि भारत अपने विदेशी सम्बन्धों में गुट निरपेक्षता की नीति का पालन करेगा, लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के प्रति मूकदर्शक बनकर भी नहीं रहेगा। इसलिए भारत ने निम्न मुद्दों पर इस नीति का सक्रियता से पालन किया है।

  • कोरिया संकट
  • 1951 में जापान अमेरिका शांति संधि
  • 1954 में-हिन्द चीन क्षेत्र में अमेरिकी हस्तक्षेप की निंदा
  • पंचशील का प्रतिपादन
  • 1955 के बांडुंग सम्मेलन में भारत ने एशियाई अफ्रीकी एकता पर बल प्रदान किया।
  • 1956 में स्वेज नहर संकट के समय पश्चमी राष्ट्रों की निंदा की।
  • वर्तमान में रूस-उक्रेन संकट आया। यूएनओ मतदान से बाहर रहा।
  • अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अपनी स्वतंत्र नीति का परिचय दिया।
  • इजरायल फिलीस्तीन मुद्दे पर अपने डी हाइफिनेशन की नीति का पालन कर रहा है।