मेनिन्जाइटिस के उन्मूलन हेतु वैश्विक रोडमैप

दिसम्बर 2021 में ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (WHO) द्वारा 2030 तक मेनिन्जाइटिस (Meningitis) के उन्मूलन हेतु एक वैश्विक रोडमैप जारी किया गया। यह मेनिन्जाइटिस के उन्मूलन के लिए पहली वैश्विक रणनीति है।

उद्देश्य

जीवाणु-जनित मेनिन्जाइटिस महामारी अर्थात ‘बैक्टीरियल मेनिन्जाइटिस’ (Bacterial Meningitis) का अंत करना।

  • इससे होने वाली मौतों को 70 प्रतिशत तक कम करना।
  • संक्रमण के मामलों की संख्या को आधा करना।

मेनिन्जाइटिस

  • मेनिन्जाइटिस को मस्तिष्क ज्वर या दिमागी बुखार भी कहा जाता है। यह बीमारी मुख्य रूप से बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण के कारण होती है।
  • मेनिन्जाइटिस, मुख्यतः मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के चारों ओर मौजूद सुरक्षात्मक झिल्लियों में आने वाली सूजन होती है।
  • जीवाणु संक्रमण के कारण होने वाली मेनिन्जाइटिस बीमारी तेजी से फैलने वाली महामारी का रूप भी ले सकती है।
  • इस रोग से प्रभावित प्रत्येक 10 में से 1 व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, और प्रत्येक 5वां व्यक्ति दीर्घकालिक विकलांगता का शिकार हो जाता है, जिनमें से ज्यादातर बच्चे और युवा होते हैं।

मुख्य बिंदुः यह रोडमैप उच्च टीकाकरण कवरेज और नए किफायती टीकों के विकास पर केन्द्रित है।

  • यह बेहतर रोकथाम रणनीतियों और प्रकोप नियन्त्रण के लिए उचित प्रतिक्रिया का प्रावधान भी करता है।
  • यह संक्रमण की तत्काल पहचान, प्रभावित लोगों के लिए देखभाल और रोगियों के लिए इष्टतम उपचार के लिए भी रोडमैप प्रदान करता है। यह रोकथाम और नियंत्रण प्रयासों को दिशा-निर्देशित करने हेतु आंकड़ा संग्रहण पर भी जोर देता है।
  • मेनिन्जाइटिस के बारे में उच्च जागरूकता सुनिश्चित करने, राष्ट्रीय योजनाओं के लिए जवाबदेही तय करने की भी सिफारिश की गई है।