फ्लाई ऐश की बिक्री पर रुचि-प्रपत्र

जुलाई 2021 को विद्युत मंत्रालय के अधीन कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने फ्लाई ऐश की बिक्री के लिए रुचि-प्रपत्र (Expression of Interest - EoI) आमंत्रित किए हैं। एनटीपीसी लिमिटेड थर्मल पावर प्लांटों द्वारा उत्पादित फ्लाई ऐश (Fly Ash) की 100 फीसदी उपयोगिता के लिए मध्य-पूर्व और अन्य क्षेत्रों के नामित बंदरगाहों के लिए जारी की है।

मुख्य बिंदुः एनटीपीसी थर्मल पावर प्लांटों से बंदरगाहों को फ्लाई ऐश की आपूर्ति करेगा।

  • रुचि-प्रपत्र फ्लाई ऐश के निर्यात हेतु आमंत्रित की गई है। इसके लिए 14-5 मिलियन टन प्रति वर्ष की कुल मात्र निर्धारित है।
  • केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार, थर्मल प्लांट शुरू होने के चौथे वर्ष से फ्लाई ऐश की 100 फीसदी उपयोगिता सुनिश्चित करना आवश्यक है।
  • फ्लाई ऐश को आमतौर ‘चिमनी की राख’ अथवा ‘चूर्णित ईंधन राख’ (Pulverised Fuel Ash) के रूप में जाना जाता है।

फ्लाई ऐश

  • फ्लाई ऐश महीन कणों से बना होता है जो तापीय बिजली संयंत्रों में कोयले के जलने से सह-उत्पाद के रूप में प्राप्त होता है। लोकप्रिय रूप से ईंधन राख (Flue ash) के रूप में जाना जाता है।
  • इसमें भारी धातु होती हैं और साथ ही PM 2.5 और ब्लैक कार्बन भी होते हैं। PM 2.5 गर्मियों में हवा के माध्यम से उड़ते-उड़ते 20 किलोमीटर तक फैल जाता है। यह पानी और अन्य सतहों पर जम जाता है।
  • कोयले के स्रोत और संरचना के आधार पर फ्लाई ऐश के घटक काफी भिन्न होते हैं। लेकिन सभी फ्लाई ऐश में पर्याप्त मात्र में सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO2), एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Al2O3) और कैल्शियम ऑक्साइड (CaO) शामिल हैं।
  • सूक्ष्म घटकों में आर्सेनिक, बेरिलियम, बोरोन, कैडमियम, क्रोमियम, हेक्सावलेंट क्रोमियम, कोबाल्ट, सीसा, मैंगनीज, पारा, मोलिब्डेनम, सेलेनियम, स्ट्रोंशियम, थैलियम और वैनेडियम, डाइऑक्सिन होती है।
  • इसमें बिना जले हुए कार्बन के कण भी पाए जाते है।