इथेनॉल मिश्रित कार्यक्रम

इसे 2003 में लॉन्च किया गया था। ओएमसी को कार्यक्रम के तहत निम्नलिखित प्राथमिकता क्रम पर इथेनॉल प्राप्त करने की सलाह दी जाती है-

  • गन्ना
  • बी-हैवी मोलासेस
  • सी-हैवी मोलासेस
  • क्षतिग्रस्त अनाज
  • ग्रीन हाइड्रोजन
  • यह पवन और सौर जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों द्वारा संचालित इलेक्ट्रोलाइजर का उपयोग करके जल को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करके उत्पादित किया जाता है।
  • ईंधन भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिये एक गेम-चेंजर हो सकता है, जो अपने तेल का 85% और गैस आवश्यकताओं का 53% आयात करता है।
  • स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देने के लिये भारत उर्वरक संयंत्रों और तेल रिफाइनरियों के लिये हरित हाइड्रोजन खरीदना अनिवार्य करने पर विचार कर रहा है।