ई-सोर्स मार्केटप्लेस

अगस्त, 2021 को आईआईटी मद्रास द्वारा ई-सोर्स (E-Source) नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विकसित किया जा रहा है, जिसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक कचरे (ई-कचरे) से निपटने के लिए किया जाएगा। ई-कचरे से निपटने और प्रबंधन को औपचारिक रूप देने में यह ओपन-सोर्स समाधान का कार्य करेगा।

मुख्य बिंदुः ई-सोर्स, ई-कचरे से निपटने के लिए अर्थव्यवस्था के औपचारिक और अनौपचारिक हितधारकों को जोड़ेगा।

  • यह अपशिष्ट विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (WEEE) के लिए एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस या एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा। यह खरीदारों और विक्रेताओं सहित विभिन्न हितधारकों के बीच आपूर्तिश्रृंखला के निर्माण में भी सहायक होगा।
  • इस पहल का नेतृत्व इंडो-जर्मन सेंटर फॉर सस्टेनेबिलिटी (IGCS) कर रहा है। इस संस्था के अनुसार, प्रयोग किए गए एवं बेकार इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़कर ई-कचरे की समस्या का समाधान किया जा सकता है।

ई-कचरा

  • इलेक्ट्रॉनिक कचरे या ई-कचरे का संबंध खराब विद्युत् या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से है।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित सभी प्रकार के अपशिष्ट को इलेक्ट्रॉनिक कचरा कहा जाता है, जिसमें खराब मोबाइल फोन, रेफ्रिजरेटर, कार्यालय के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कम्प्यूटर, टेलीविजन सेट्स तथा मनोरंजन से जुड़े इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल होते हैं।
  • भारत जैसे विकासशील देश में ई-कचरे के अनौपचारिक प्रसंस्करण से मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव और पर्यावरण प्रदूषण हो सकता है।