क्राइम इन इंडिया 2020: एनसीआरबी

14 सितंबर, 2021 को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी ‘क्राइम इन इंडिया 2020’ (Crime in India 2020) नामक रिपोर्ट के अनुसार भारत में वर्ष 2020 में रोजाना औसतन 80 हत्याएं और 77 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए।

  • कोरोना वायरस महामारी तथा लॉकडाउन के परिणामस्वरूप वर्ष 2020 में पारंपरिक अपराधों जैसे चोरी, डकैती तथा महिलाओं व बच्चों पर हमले में कमी आई है।
  • हालांकि सरकारी आदेशों की अवज्ञा के मामलों में भारी उछाल आया, जो मुख्य रूप से कोविड-19 से संबंधित नियमों के उल्लंघन के कारण उत्पन्न हुआ।
  • नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 में कुल 66,01,285 संज्ञेय अपराध (cognisable crimes) के मामले दर्ज किए गए, जिसमें 42,54,356 भारतीय दंड संहिता (IPC) से संबंधित अपराध तथा 23,46,929 विशेष एवं स्थानीय कानूनों (SLL) से संबंधित अपराध शामिल हैं।
  • वर्ष 2020 में प्रतिदिन औसतन 80 हत्या के मामले दर्ज हुए तथा हत्याओं के कारण वर्ष भर में कुल 29,193 मौतें हुईं। हत्या से हुई मृत्युओं के मामलों में उत्तर प्रदेश शीर्ष राज्य रहा, जहां सर्वाधिक 3,779 हत्या के मामले दर्ज किए। इसके बाद बिहार में 3,150 हत्या के मामले तथा महाराष्ट्र में 2,163 हत्या के मामले देखे गए।

महिलाओं के खिलाफ अपराध (Crime Against Women): कुल मिलाकर वर्ष 2020 में देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,71,503 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2019 के 4,05,326 मामलों की तुलना में 8.3 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाते हैं।

  • वर्ष 2020 में देश भर में प्रति दिन औसतन बलात्कार के 77 मामले दर्ज किए गए, पूरे वर्ष के दौरान ऐसी कुल 28,046 घटनाएं हुईं।
  • वर्ष 2020 में बलात्कार के सर्वाधिक 5,310 मामले राजस्थान में दर्ज किए गए, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 2,769 मामले और मध्य प्रदेश में 2,339 मामले दर्ज हुए।
  • वर्ष 2020 में महिलाओं के खिलाफ कुल अपराधों में से सर्वाधिक 1,11,549 अपराध के मामले (30-2%) ‘पति या रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता’ (cruelty by husband or relatives) की श्रेणी के तहत दर्ज किए गए।
  • इस दौरान देश भर में एसिड अटैक के 105 मामले तथा दहेज हत्या के 6,966 मामले दर्ज किए गए।

बच्चों के खिलाफ अपराध (Crime against children): वर्ष 2020 के दौरान बच्चों के खिलाफ अपराध के कुल 1,28,531 मामले दर्ज किए गए, जो 2019 (1,48,090 मामले) की तुलना में 13-2 प्रतिशत की कमी दर्शाता है।

  • इस दौरान ‘बच्चों के खिलाफ अपराध’ के तहत सर्वाधिक मामले अपहरण (42.6 प्रतिशत) तथा पॉक्सो ऐक्ट के तहत बाल यौन शोषण (38.8 प्रतिशत) से संबंधित थे।
  • 2020 में प्रति लाख बच्चों की आबादी पर दर्ज अपराध दर 28.9 थी, जबकि वर्ष 2019 में यह दर 33.2 थी।

अपहरण के मामलेः नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 में अपहरण के मामलों में 2019 की तुलना में 19 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।

  • वर्ष 2020 में अपहरण के कुल 84,805 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2019 ऐसे 1,05,036 मामले दर्ज हुए थे।
  • 2020 में अपहरण के सबसे अधिक 12,913 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए, इसके बाद पश्चिम बंगाल (9,309) और महाराष्ट्र (8,103) का स्थान रहा।

पर्यावरण संबंधी अपराधः वर्ष 2020 में देश में ‘पर्यावरण से संबंधित अपराधों’ ( Environment-Related Offences) की श्रेणी के मामलों में 78.1% की वृद्धि हुई।

साइबर अपराधः साइबर अपराध की दर (प्रति लाख जनसंख्या पर घटनाएं) भी वर्ष 2020 में बढ़कर 3.7% हो गई है जो वर्ष 2019 में 3.3% थी।