भारतीय रिजर्व बैंक ने कार्ड के माध्यम से डिजिटल भुगतान की कमियों को दूर करने के लिये कार्ड टोकनाइजेशन तकनीक को लागू किया है। कार्ड से भुगतान करने की प्रक्रिया में इसे पॉइंट ऑफ सेल मशीन में स्वैप करना पड़ता है, जिससे कार्ड की विभिन्न सूचनाएं भुगतान प्राप्तकर्ता के पास स्टोर हो जाती है। इससे वित्तीय धोखा-धड़ी की संभावना बढ़ जाती है।