जून 2019 में सरकार ने भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा निर्दिष्ट मानकों के अनुसार, उच्च गति डीजल के साथ मिश्रित कर सभी उपभोक्ताओं को विशुद्ध बायोडीजल (बी100) की प्रत्यक्ष बिक्री की अनुमति दी।
यह जैव ईंधन-2018 पर राष्ट्रीय नीति के अनुरूप है, जो 2030 तक पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण के 20% और डीजल में जैव-डीजल के 5% सम्मिश्रण के लक्ष्य की परिकल्पना करता है।