मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2016 से भारत के उच्च शैक्षणिक संस्थानों के लिए रैंकिंग सिस्टम फ्रेमवर्क जारी किया जा रहा है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) को देश में उच्च शैक्षणिक संस्थानों के लक्ष्य एवं सत्यापन योग्य मानदंडों के आधार पर रैंक प्रदान करने के लिए जारी किया जाता है। रैंकिंग प्रणाली से प्रतिस्पर्द्धी परिदृश्य में शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की संभावना है।
संस्थान के प्रदर्शन को मापने के लिए पाँच विस्तृत और 16 माइक्रो मापदंडों का उपयोग किया जाता है, जो निम्नलिखित क्षेत्रों से संबन्धित हैः
शिक्षण, शिक्षण और संसाधन (TLR)
1. डॉक्टोरल स्टूडेंट्स सहित स्टूडेंट स्ट्रेंथ (SS)।
2. स्थायी संकाय के साथ संकाय-छात्र अनुपात (FSR)।
3. पीएचडी (या समकक्ष) और अनुभव के साथ संकाय के लिए संयुक्त माप (FQE)।
4. वित्तीय संसाधन और उनका उपयोग (FRU)
अनुसंधान और व्यावसायिक कार्य (RP)
5. प्रकाशन के लिए संयुक्त माप
6. प्रकाशन- के गुणवत्ता के लिए माप (QP)
7. IPR और पेटेंटः प्रकाशित और स्वीकृत (IPR)
8. व्यावसायिक कार्य और परियोजनाओं के प्रभाव (FPPP)
स्नातक परिणाम (GO)
9. विश्वविद्यालय परीक्षाओं के लिए माप (GUE)
10. पीएचडी किए हुए छात्र (GPHD) की संख्या के लिए माप
पहुँच और समवेशिता (OI)
11. अन्य राज्यों/देशों के छात्रों का प्रतिशत (क्षेत्र विविधता)
12. महिलाओं का प्रतिशत (महिला विविधता)
13. आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े छात्र (ESCS)
14. शारीरिक रूप से विकलांग छात्रों के लिए सुविधाएं (PCS)
15. धारणा रैंकिंग (PR)
समान समझ
16. शैक्षणिक साथियों और नियोक्ता (APE)
एनआईआरएफ 2019 के अनुसार, आईआईटी मद्रास प्रथम स्थान पर है, इसके बाद क्रमशः आईआईएससी बैंगलोर, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी खड़गपुर दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं ।