इसकी स्थापना 1997-98 में दूरस्थ क्षेत्रों में अनुसूचित जनजाति के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी, ताकि वे उच्च और व्यावसायिक शैक्षिक पाठ्यक्रमों में अवसरों का लाभ उठा सकें तथा विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार पा सकें।
एकलव्य मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल (EMDBS)
इस योजना को चिह्नित उप-जिलों में प्रयोगात्मक आधार पर संचालित की जानी है, जहां अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या घनत्व 90% या उससे अधिक है। एकलव्य मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल में बिना आवासीय सुविधा के स्कूली शिक्षा प्रदान की जाएगी।